Introduction
एकादशी को हिंदू धर्म में एक पवित्र दिवस माना जाता है जिसे हर महीने द्वादशी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है। मार्च 2024 में भी कई महत्वपूर्ण एकादशी तिथियाँ हैं जो भगवान को समर्पित की जाती हैं। इस लेख में, हम इन एकादशी तिथियों के महत्व को जानेंगे।
मार्च 2024 में कौन-कौन सी एकादशी तिथियाँ हैं
पापमोचनी एकादशी: यह एकादशी तिथि 1 मार्च 2024 को है। इस व्रत का महत्व है क्योंकि इसे मनाने से व्यक्ति के पापों का नाश होता है।
विजया एकादशी: यह एकादशी तिथि 16 मार्च 2024 को है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से विजय प्राप्ति होती है।
पापविमोचिनी एकादशी: यह एकादशी तिथि 31 मार्च 2024 को है। इस एकादशी का व्रत करने से पापों से मुक्ति मिलती है।
एकादशी का महत्व
एकादशी के व्रत का महत्व बहुत उच्च माना जाता है। इसे करने से व्यक्ति को आत्मिक शुद्धि मिलती है और भगवान के कृपा प्राप्त होती है। इसके अलावा, एकादशी के दिन अनाज, ताम्बूल, तेल और हींग का सेवन नहीं करना चाहिए।
कैसे मनाएं एकादशी का व्रत
सुबह उठकर स्नान करें और भगवान विष्णु की पूजा करें।
एकादशी के दिन नमकीन और खारे खाने से बचें।
इस व्रत में फल और सब्जियां खाकर रखें।
एकादशी के व्रत के फायदे
एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति की मानसिक और आत्मिक शक्ति में वृद्धि होती है।
इसके साथ ही रोगों से बचाव होता है और जीवन में समृद्धि आती है।
FAQs (Frequently Asked Questions)
नहीं, हर माह की एकादशी तिथि अलग-अलग होती है क्योंकि वह सोलर कैलेंडर और लुनर कैलेंडर के अनुसार निर्धारित होती है।
एकादशी के दिन अनाज, ताम्बूल, तेल और हींग का सेवन नहीं करना चाहिए। फल और सब्जियां खाने का सुझाव दिया जाता है.
एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को आत्मिक शुद्धि मिलती है और भगवान के कृपा प्राप्त होती है।
एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है, इसलिए विष्णु भक्तों के लिए यह व्रत अधिक महत्वपूर्ण है।
कुछ लोगों के लिए अनाज, ताम्बूल, तेल और हींग का सेवन से इनकी पालना कठिन हो सकता है, लेकिन वे इसमें उत्साह और निष्ठा से आगे बढ़ते हैं।
हां, एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति के पापों का नाश होता है और उसे शुद्धि मिलती है।
एकादशी के दिन अनाज का सेवन नहीं किया जाता क्योंकि यह शारीरिक और मानसिक शुद्धि के लिए अनुकूल नहीं माना जाता है।
एकादशी व्रत को हिंदू धर्म के अनुयायी सब जातियाँ पालन करती हैं।
हां, एकादशी के दिन भगवान को आदर्श रूप से खुश करने के लिए दान देना शुभ माना जाता है।
क्या एकादशी व्रत के वक्त व्रती को जल्दी उठकर अन्न खिलाना चाहिए?
जी हां, एकादशी के दिन व्रती को सुबह जल्दी उठकर अन्न खिलाना चाहिए क्योंकि इससे उसका पुण्य कल्याण होता है।
स्मरण रखें
एकादशी के व्रत को पालन करने से हम अपने जीवन को धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से समृद्ध कर सकते हैं। इस व्रत को निष्ठा और उत्साह से पालन करने से हमारे मन, शरीर और आत्मा सफलता की ओर अग्रसर होते हैं। इसलिए, आइए हम सभी यह व्रत धारण करके भगवान की कृपा व समर्पण प्राप्त करें।
This company, a subsidiary of Bajaj Finance Limited, is launching its Initial Public Offering (IPO).…
Online slots have come a long way from their humble beginnings as simple fruit machines.…
Maintaining and repairing commercial windows is crucial for ensuring the longevity and efficiency of a…
The construction industry is constantly shifting as the stakeholders require more efficient and environmentally friendly…
Understanding Pair Trading Pair trading is a popular trading strategy that involves simultaneously buying one…
The Gali chart, also known as the Gali Satta Record Chart, is a popular tool…
This website uses cookies.